सबसे पहले में आपको वो समाधान देना चाहता हूँ भारत को बचाने का ,
जी हाँ ! आप अपने प्यारे भारत देश को बचा सकते है वो भी राजनीति में जाए बिना।
बस एक शपथ ले की
- हम बीजेपी या कांग्रेस को ही वोट देंगे !
- दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों में जो भी सबसे योग्य (कम भ्रष्ट )होगा उसको वोट देंगे !
- इस समाधान को हर दिन कम से कम 5 और लोगो को समझायेंगे !
- हम को हर लोकसभा चुनाव में दोहराएंगे !
मैं कैसे इसमें योगदान कर सकते है?
आप योगदान कर सकते है इस समाधान को 70 करोड़ लोगो तक पहुचाने !
आप अपने ब्लॉग अपनी वेबसाइट , SMS , इ-मेल के जरिये इस समाधान को
और लोगो तक पहुंचा सकते है !
यही आप कंप्यूटर और ऑनलाइन माध्यम के बिना काम करना चाहते है तो
इस समाधान को आप अपने ऑफिस , घर ,मोहल्ले में , सोसाइटी में ,
हर जगह पोस्टर लगा सकते है ,
या फिर एक पेज के प्रिंट आउट की तरह लोगो में बाँट कर भी कर सकते है.
१०० फोटो स्टेट करवा कर अपनी खाना बनाने वाली को , ड्राईवर को , हेयर ड्रेसर को ,
पान वाले को , अपने जनरल स्टोर मेडिकल स्टोर वाले को लगाने के लिए दे सकते है !
ये समाधान कैसे काम करेगा ?
95 प्रतिशत लोग इसको पढ़ते ही समझ गए होंगे की ये कैसे काम करेगा !
यदि आप को समझ में नहीं आया है या आप सहमत नहीं है इस समाधान से तो
आगे हम इसको पहले संक्षेप में फिर विस्तार में समझायेंगे !
समाधान कैसे काम करेगा (संक्षिप्त उत्तर )
आप इस बात से सहमत होंगे की आप किसी को भी वोट दे ,
सरकार जो बनेगी वो होगी कांग्रेस की या फिर बीजेपी की !!
कांग्रेस पार्टी को बहुमत नहीं मिला तो सरकार बनेगी UPA की ,
जो की कुछ १० पार्टियोंकी मिलीजुली सरकार बनेगी और
हमेशा की तरह मनमोहन , चिदंबरम और राहुल मजबूर हो जायेंगे ,
और मुलायम , ममता , माया , शरद पवार के इशारों पर नाचेंगे !
ऐसा ही होगा NDA के साथ जब बीजेपी बिना बहुमत के सत्ता में आएगी !
ये सब मिलजुल कर भ्रष्टाचार को बढावा देने वाली सरकार या भ्रष्टाचारको रोकने में अक्षम सरकार
के रूप में जनता को भुगतना पड़ेगा !
तो क्या ये व्यावहारिक समाधान नहीं है की हम मिलजुल कर भ्रष्टाचार के मूल
कारण , वोट की राजनीती को पहले ख़तम करें !!
हमेशा की तरह मनमोहन , चिदंबरम और राहुल मजबूर हो जायेंगे ,
और मुलायम , ममता , माया , शरद पवार के इशारों पर नाचेंगे !
ऐसा ही होगा NDA के साथ जब बीजेपी बिना बहुमत के सत्ता में आएगी !
ये सब मिलजुल कर भ्रष्टाचार को बढावा देने वाली सरकार या भ्रष्टाचारको रोकने में अक्षम सरकार
के रूप में जनता को भुगतना पड़ेगा !
तो क्या ये व्यावहारिक समाधान नहीं है की हम मिलजुल कर भ्रष्टाचार के मूल
कारण , वोट की राजनीती को पहले ख़तम करें !!